सीएम योगी ने कहा- किसी फतवे से नहीं आंबेडकर के संविधान से चलेगा देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गोरखनाथ मंदिर में आयोजित ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ की 49वीं पुण्यतिथि पर गोरखपुर पहुंचे। इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि यह देश किसी फतवे से नहीं बाबा साहेब आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान से चलेगा। उन्होंने कहा कि जब देश सुरक्षित होगा तो धर्म सुरक्षित होगा। सीएम ने कहा कि हर प्रकार की समस्या का समाधान देश का संविधान कर सकता है।

 

गोरक्षपीठ की सोच से हुआ विकास

 

महंत दिग्विजयनाथ की श्रद्धाजंलि सभा में सीएम ने कहा कि अगर अगर गोरक्षपीठ ने सोचा होता कि राजनीति में आने से कोई क्या कहेगा तो यहां का विकास नहीं हो पाता। उन्होंने कहा कि यहां पर जाति, मत, सम्प्रदाय का भेदभाव नहीं है। यहां पर हर संप्रदाय के लोग रहते हैं और अपनी उपासना विधि को करने के लिये स्वतंत्र हैं।

 

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इस दौरान सीएम ने कहा कि पिछले 49 सालों से गोरक्षपीठ अपने पीठाधीश्वर के लिये कार्यक्रमों का आयोजन करता रहा है। महंत दिग्विजयनाथ का इस पीठ पर आगमन प्रभु की कृपा से हुआ था। स्वच्छता का पूरा अभियान गोरक्षपीठ में पिछले कई सालों से चल रहा है।

 

सीएम योगी ने कहा कि यहां सुबह चार बजे तक मंदिर के सभी लोग हाथों में झाड़ू लेकर सफाई करते हैं। जब व्यक्ति स्वस्थ होगा तो समाज स्वस्थ होगा और फिर राष्ट्र स्वस्थ होगा। उन्‍होंने कहा कि ऊंच-नीच का भाव भारतीय संस्कृति का हिस्सा नहीं हो सकता है। भारत आज भारत इसलिये है क्योंकि इससे संतों की परंपरा जुडी हुई है।

 

मंहत दिग्विजयनाथ और अवेद्यनाथ अंर्तराष्ट्रीय संत

 

श्रद्धाजंलि सभा को संबोधित करते हुए महंत राम विलास वेदांती ने कहा कि महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ दोनों अंतर्राष्ट्रीय संत थे। इन संतों ने रामलला के लिये काफी कुछ किया। महंत अवेद्यनाथ के नेतृत्व में रामजन्म भूमि के लिये लड़ाई लड़ी गयी। जब ढांचा टूट रहा था तो मैं नारा लगा रहा था, जिसका विरोध कुछ लोगों ने किया लेकिन उस वक्त मेरा समर्थन अवेद्यनाथ ने किया था।

 

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उन्होंने कहा कि मुझसे साल 2015 में ही अशोक सिंघल ने कहा था कि 2017 में जब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनेंगे तो राम मंदिर बनेगा। 29 अक्टूबर से राम मंदिर की सुनवाई होगी। जहां रामलला विराजमान हैं वहीँ मंदिर बने। अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बने और लखनऊ में भारत की सबसे बड़ा मस्जिद बने। सांप्रदायिक और राष्‍ट्रीय सद्भावन के लिये जो काम नरेन्‍द्र मोदी ने केंद्र में किया वो यूपी में योगी आदित्‍य नाथ ने किया।

 

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