ICICI बैंक की पूर्व CEO चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर और वीडियोकॉन ग्रुप के एमडी वेणुगोपाल धूत पर सीबीआई FIR दर्ज करने के बाद केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को नसीहत देते हुए कहा है कि, सीबीआई को दुस्साहस से बचने और सिर्फ दोषियों पर ध्यान दें. गौरतलब है कि, जेटली ने यह टिप्पणी सीबीआई द्वारा आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व प्रमुख चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर, विडियोकॉन के एमडी वेणुगोपाल धूत के खिलाफ FIR दर्ज करने के बाद की है. गौरतलब है कि, CBI ने कोचर सहित इस मामले में बैंकिंग क्षेत्र के के.वी. कामत व अन्य को पूछताछ के लिए नामजद किया है.
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गौरतलब है कि, अरुण जेटली इस समय अमेरिका में अपनी बीमारी का इलाज करा रहे हैं. जेटली ने अमेरिका से ट्वीट करके यह टिप्पड़ी की है. जेटली ने ट्वीट में लिखा, भारत में दोषियों को सजा मिलने की बेहद खराब दर का एक कारण जांच और पेशेवर रवैये पर दुस्साहस एवं प्रशंसा पाने की आदत का हावी हो जाना है. साथ जेटली ने कहा, ‘पेशेवर जांच और जांच के दुस्साहस में आधारभूत अंतर है. हजारों किलोमीटर दूर बैठा मैं जब आईसीआईसीआई मामले में संभावित लक्ष्यों की सूची पढ़ता हूं तो एक ही बात दिमाग में आती है कि लक्ष्य पर ध्यान देने के बजाय अंतहीन यात्रा का रास्ता क्यों चुना जा रहा है? यदि हम बैंकिंग उद्योग से हर किसी को बिना सबूत के जांच में शामिल करने लगेंगे तो हम इससे क्या हासिल करने वाले हैं या वास्तव में नुकसान उठा रहे हैं.’
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सीबीआई ने हाई-प्रोफाइल बैंकर रहीं चंदा के साथ ही उनके पति दीपक कोचर और कारोबारी वेणुगोपाल धूत के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. इन पर धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और आपराधिक षड्यंत्र रचने के आरोप हैं. साथ ही इस मामले में CBI के निशाने पर कई बैंकर्स हैं.
देखें अरुण जेटली के ट्वीट
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