बसपा नेता जब नहीं बने विधायक तो पहनी पुलिस की वर्दी और शुरू कर दी उगाही

पिछले साल 7 दिसंबर को हुए विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के इस नेता ने विधायकी का चुनाव लड़ा था. जिसमे वह बुरी तरह हार गए थे और उनकी जमानत भी जब्त हो गयी थी. जिससे वो डिप्रेसन में आ गए थे. राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव में विधायक का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी बनवारी लाल बैरवा ने हार के बाद पैसे कमाने का नया तरीका अपनाया. उनके इस तरीके के खुलासे के बाद राजस्थान पुलिस भी हैरत में पड़ गयी. बता दें कि बसपा नेता बनवारी लाल बैरवा को विधानसभा चुनाव में मात्र 1534 वोट मिले थे और वो तीसरे नंबर पर रहे थे.


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फर्जी पुलिस बनकर वसूली करते थे बसपा नेता

बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर राजस्थान के टोंक के निवाई से विधायकी पद के प्रत्याशी बनवारी लाल बैरवा ने फर्जी पुलिस बनकर उगाही करने का काम शुरू कर दिया. बताया जा रहा है कि बसपा नेता बनवारी लाल, पुलिस की वर्दी पहनकर बजरी माफियाओं से वसूली करना शुरू कर दिया. उनका ये काम पिछले 4 महीनों से चल रहा था. जिसमें नेता जी तड़के सुबह वसूली करने पहुंच जाते थे. इस दौरान नेता जी बजरी से भरे ट्रैक्टर और ट्रक पर कार्रवाई ना करने की धमकी देते थे और बाद में उनसे 500 से 2 हजार रूपये तक की वसूली करते थे. बसपा नेता पुलिस की फर्जी वर्दी को पुलिस लाइन के बाहर से खरीदा था. बनवारी लाल पुलिस की वर्दी के ऊपर कोट पहने रहता था, जिससे कि उसका नाम और बैच नहीं दिखते थे. पुलिस कैप पर राजस्थान पुलिस लिखा हुआ था.


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शक होने पर किया पुलिस के हवाले

ट्रैक्टर चालकों को शक होने पर उन्होंने इस बात की सूचना पुलिस को दी. जिसके बाद राजस्थान के फागी थाने के बराला की ढाणी के रहने भंवरलाल, पुलिस की वर्दी पहने एक व्यक्ति को पकड़कर मुहाना थाने लेकर आये. मामले से अंजान थाने के अंदर के अन्य पुलिसकर्मी ये सब देखकर अचंभे में पड़ गए. पुलिस द्वारा बसपा नेता से पूछताछ के दौरान फर्जी पुलिस बनकर वसूली करने का खुलासा होने पर बनवारी लाल को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने बताया कि बनवारी लाल सुबह-सुबह अंधेरे में फर्जी पुलिस की वर्दी पहनकर बजरी माफियाओं से वसूली करने पहुंच जाता था. इस वसूली से बनवारी लाल प्रतिदिन का 4-5 हजार रूपये कमा लेता था. जांच अधिकारी उप निरीक्षक कन्हैयालाल ने बताया कि आरोपी बनवारी लाल पुलिस कार्रवाई का डर दिखाकर वसूली करता था.


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