खुलासा: ISI एजेंट कर रहा था भारतीय सेना में इलेक्ट्रीशियन का काम, पुलवामा अटैक के बाद पाक को भेजी खुफिया जानकारी

पंजाब से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां भारतीय खुफिया एजेंसी ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के एजेंट को गिरफ्तार किया है. बताया है रहा है कि यह व्यक्ति मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज में इलेक्ट्रीशियन का काम करते हुए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ की मदद करता था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पकड़े गए व्यक्ति ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद आइएसआइ को सेना की खुफिया जानकारी और गतिविधियों के बारे में बता रहा था. पकड़े व्यक्ति के पास से स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने दो मोबाइल, चार सिम कार्ड, लैपटॉप और अन्य दस्तावेज बरमाद किए हैं, साथ ही मामला दर्ज कर कस्टडी में रखा गया है.


स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल की टीम पकड़े गए आरोपी की बैंक अकाउंट और सोशल मीडिया पर बने अकाउंट्स खंगाल रहा है. इस मामले पर एसएसओसी के इंस्पेक्टर हरविंदर सिंह ने बताया कि हमें सूचना मिली थी की मूल रूप से फाजिल्का और वर्तमान में जालंधर के नलवा रोड स्थित दशहरा ग्राउंड के पास रहने वाला राम कुमार सेना की गुप्त जानकारियां पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ को बेच रहा है. आरोपी राम कुमार जालंधर कैंट स्थित मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज (एमइएस) में 2013 से बतौर इलेक्ट्रीशियन काम कर रहा है. पुराने कर्मचारी होने के नाते उसके पास सेना की कई गुप्त जानकारियां और सेना के कई बड़े अधिकारियों के नंबर भी पता हैं.


Also Read: लखनऊ: चालक की छेड़खानी से परेशान युवती ने चलती ऑटो से लगाई छलांग, मचा हड़कंप


व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए करता था आइएसआइ से संपर्क


आरोपी राम कुमार की पाकिस्तान आधारित इंटेलिजेंस ऑपरेटिव से सोशल मीडिया पर उसकी दोस्ती हुई थी जिसके बाद वो पिछले एक साल से उनके संपर्क में था. वह व्हाट्सएप और फेसबुक के जरिए भारतीय सेना की घुफिया जानकारी उनसे साझा कर रहा था. अधिकारियों के अनुसार राम कुमार भारत-पाक सीमा पर स्थित सेना की यूनिट्स, कंटीली तार के पास चलने वाली बीएसएफ की गश्त, सेना के चलने वाले काफिलों के अलावा कई महत्वपूर्ण जानकारियां सोशल मीडिया के द्वारा आइएसआइ को भेज चुका है. इन जानकारी के एवज में उसे चार बार में 60 हजार रुपये मिल चुके हैं. सुरक्षा एजेंसियां उसेक बैंक खाते व उसका लैपटॉप और फोन खंगाल रही है जिससे पता लगाया जा सके उसने अभी तक आरोपी ने आइएसआइ से क्या-क्या जानकारियां साझा की है.


Also Read: ऑनर किलिंग: बहन ने चाचा से किया ‘निकाह’ तो भाई ने गोली मारकर कर दी हत्या


आइएसआइ एजेंट मांग रहे थे और जानकारी


खुफिया एजेंसियां इस मामले की तह तक जाने के लिए राम कुमार के सहयोगियों पर भी नजरें बनाए हुए है. शुक्रवार की शाम एसएसओसी ने राम कुमार को अमृतसर स्थित अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में पेश कर 19 मार्च तक का पुलिस रिमांड हासिल किया है. पूछताछ में पता चला है कि पुलवामा हमले के बाद आइएसआइ एजेंट ने उससे ज्यादा बातचीत करनी शुरू कर दी थी. पाक एजेंट उससे मांग कर रहे थे कि वह सीमा के पास सेना की ज्यादा से ज्यादा जानकारियां एकत्र कर भेजे. इसके अलावा सेना के बड़े अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी मांगे गए, ताकि उनकी जासूसी करवाई जा सके.


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमेंफेसबुकपर ज्वॉइन करें, आप हमेंट्विटरपर भी फॉलो कर सकते हैं. )