ISIS मॉड्यूल : ट्रेंड पाकिस्तानी नागरिक ‘अबु हुफैजा’ भारतीय युवाओं को ऑनलाइन बना रहा था शिकार

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आईएसआईएस के जिस मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है, उसे पाकिस्तान का ट्रेंड नागरिक अबु हुफैजा अल बकिस्तानी ऑनलाइन कंट्रोल किया करता था। बताया जा रहा है कि अबु हुफैजा करीब दो दर्जन भारतीय युवाओं को अलग-अलग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स के जरिए संचालित कर रहा था। आईएसआईएस का ये मॉडल दक्षिण-पूर्व एशिया के युवाओं को आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल करने के लिए बरगलाने का काम करता था।

 

फेसबुक कॉन्टैक्ट के बाद ग्रुप्स में जोड़ने का काम

मिली जानकारी के मुताबिक, ये मॉडल फेसबुक पर शुरुआती संपर्क के बाद युवाओं को थ्रीमा और टेलिग्राम के क्लोज ग्रुप चैट में जोड़ता था। खुफिया एजेंसी की मानें तो इस हैंडल की जांच करने के बाद पता चला है कि अबु हुफैजा एक ट्रेंड पाकिस्तानी नागरिक है, जो भारतीय युवाओं को बरगलाने का काम कर रहा था, हो सकता है कि वह इस काम को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआईए के लिए अंजाम दे रहा हो।

 

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बता दें कि अबु हुफैजा का हैंडल कई जांच एजेंसियों की जांच और ऑपरेशन में सामने आया है, जिसमें तेलंगाना की काउंटर इंटेलिजेंस यूनिट भी शामिल है। एक अधिकारी ने कहा है कि यह हैंडल असमान्य रूप से पिछले साल तब एक्टिव हुआ जब ऑनलाइन आईडी युसूफ अल हिंदी अचानक गायब हो गई।

 

उनके मुताबिक, इंडियन मुजाहिद्दीन से बगावत करके आईएस के खोरासन मॉड्यूल में शामिल होने वाली शफी अरमार इस हैंडल को संचालित और भारतीय युवाओं को इसमें शामिल करने का काम करता था।

 

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भारतीय एजेंसी ने किया अबु हुफैजा का हैंडल ट्रैक

जानकारी के मुताबिक, अरमार कर्नाटक के भटकल से था और पिछले साल सीरिया में उसकी मौत हो गई है। बताया जाता है कि अरमार ने 1000 युवाओं को आईएस में शामिल किया, जिसमें ज्यादातर युवा दक्षिण एशिया से हैं। अरमार युवाओं को सीरिया आकर लड़ने के लिए कहता था और उसका भाई सुल्तान अरमार साल 2016 में ड्रोन स्ट्राइक के दौरान मारा गया था।

 

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सूत्रों का कहना है कि जांच एजेंसियां तब ज्यादा एक्टिव हुईं जब अबु हुफैजा का हैंडल कई प्लेटफॉर्म पर दिखने लगा और वो इससे युवाओं का ब्रेन वॉश कर रहा था। इसके बाद भारतीय जांच एजेंसी ने अक्टूबर में हुफैजा के हैंडल को ट्रैक करना शुरू कर दिया। इस हैंडल को कई प्रॉक्सी सर्वर के जरिए संचालित किया जा रहा था।

 

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