Shocking: आरोपी को छोड़ने के बदले पुलिसवालों ने मांगी डेढ़ करोड़ की फिरौती, 3 पुलिसकर्मी बर्खास्त, SHO लाइन हाजिर

जब पुलिसकर्मियों की खुद अपराधों में संलिप्तता पाई जाने लगती है तो लोगों का कानून के ऊपर से विश्वास डगमगाने लगता है। एक ऐसे ही अपराध में चार पुलिसकर्मियों की संलिप्तता पाए जाने पर तीन पुलिसवालों को बर्खास्त कर दिया गया है। वहीं, इसी मामले में एसएचओ को लाइन हाजिर कर दिया गया है। इन सभी पुलिसवालों पर एक आरोपी को किडनैप कर फिरौती मांगने का आरोप लगा है।

 

पुलिस ने छह आरोपियों को किया गिरफ्तार 

जानकारी के मुताबिक, इस हैरान कर देने वाले मामले में पुलिस ने कुल छह आरोपियों में से पाच आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। वहीं, प्रदीप पुलिस की पकड़ से बाहर था। बताया जाता है कि उत्तम नगर में प्रापर्टी डीलर सचिन का परिचय छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ ही रणहौला थाने से भी था। पूरा मामला बाहरी दिल्ली के रणहौला थाना इलाके का है, जहां से तीन पुलिसवालों को मौर्य एनक्लेव पुलिस थाना ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, तीनों पुलिसवालों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।

 

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सूत्रों ने बताया कि दिल्ली के मौर्या इंक्लेव पुलिस ने मंगलवार को एक युवक का अपहरण कर परिजनों से फिरौती मांगने के मामले में तीन पुलिसकर्मियों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं इस मामले में रणहौला थाने के एसएचओ जसमोहिंदर सिंह को लाइन हाजिर कर जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं। जांच से जुड़े वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि कंझावला निवासी प्रदीप के खिलाफ आनलाइन ठगी की एफआईआर छत्तीसगढ़ के धर्मतला इलाके में दर्ज है।

 

पुलिसकर्मियों ने प्रदीप को किया था किडनैप

बताया जा रहा है कि जानकारी के समझौते के तहत छत्तीसगढ़ पुलिस प्रदीप को पकड़ने दिल्ली पहुंची थी। इसी दौरान रणहौला थाने में तैनात एएसआई सूबे सिंह, हेड कांस्टेबल इंदू परमार और कांस्टेबल अजय ने रविवार को प्रदीप को कंझावला से किडैनप कर लिया और उसे उत्तम नगर स्थित सचिन के ऑफिस में बंधक बना दिया।

 

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इस दौरान इन पुलिसवालों ने दोनों राज्यों की पुलिस से बचाने और छोड़ने के लिए प्रदीप से डेढ़ करोड़ रुपये की मांग की। यही नहीं,  रणहौला थाने के पुलिसकर्मियों ने प्रदीप को रुपये नहीं देने पर झूठे मुकदमों में फंसाने तक की धमकी दी थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदीप से पुलिसकर्मियों ने एक करोड़ रूपए में डीलिंग कर ली, जिसके बाद सोमवार को प्रदीप ने 11 लाख रुपए पुलिसवालों तक पहुंचवा दिए।

 

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खास बात ये रही कि 11 लाख मिलने के बाद पुलिसकर्मियों ने प्रदीप को पूरी रकम देने पर ही छोड़ने की बात कही। ऐसे में  प्रदीप ने अपनी पत्नी को फोन कर खुद के किडनैपिंग का मामला बताया और मंगलवार को बैंक से रुपए निकालने के लिए कहा। सूत्रों ने बताया कि प्रदीप की पत्नी नेहा अपने तीन चार रिश्तेदारों के साथ मंगलवार को मौर्या इंक्लेव स्थित द बनारस स्टेट बैंक में रुपये निकालने के लिए गई थी।

 

राहगीर की सूचना से सामने आया मामला

सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान बैंक के सामने हेड कांस्टेबल इंदू परमार पहले से खड़ा था और उसने नेहा से रुपये मांगे। लेकिन नेहा ने पहले अपने पति से बात करने फिर रुपये देने की बात कही। ऐसे में पुलिसवाले ने पैसों की जिद की तो नेहा के साथ आए रिश्तेदारों ने पुलिसकर्मी को पीटना शुरू कर दिया।

 

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इसी दौरान वहां से गुजर रहे एक राहगीर ने 100 नम्बर पर फोन कर पुलिस को सूचना दे दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच की तो पूरी घटना सबके सामने आ गई। इसके बाद पुलिस ने इंदू परमार, सूबे सिंह एवं अजय को सचिन के साथ गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब उत्तम नगर स्थित सचिन के दफ्तर पर छापा मारा तो वहां पर छत्तीसगढ़ पुलिस भी मौजूद थी। वहीं, एसएसचओ की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।

 

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