सीएम योगी ने शहीद आश्रितों को दिया सम्मान, छलक पड़े परिजनों के आंसू

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को शहीदों के परिवारों से किया अपना वादा पूरा किया. बुधवार को मुख्यमंत्री आवास में में आयोजित अमर शहीद सम्मान कार्यक्रम के दौरान आम सरकारी कार्यक्रम की तरह नहीं था. जहाँ एक तरफ लोगों के दिल में पीड़ा, चेहरे पर दर्प का भाव दिखा तो दूसरी तरफ एक अति संवेदनशील सरकार दिखी. सरकार की तरफ से संबोधन में वक्ता दर्प और पीड़ा का जिक्र करना नहीं भूले. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब शहीदों के परिजनों को नियुक्ति पात्र बांटे तो परिजनों के आंसू छलक उठे.


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा जिन जवानों ने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है उनको और उनके परिवार को मेरा शत-शत नमन. सर्वोच्च बलिदान देने वालों के लिए लोगों और शासन का रवैया भी बेहद सम्मानजनक और संवेदनशील होना चाहिए. इस कार्यक्रम के जरिए हम यही संदेश देना चाहते हैं. योगी ने सरकार द्वारा सैनिक कल्याण के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि हर जिले में सैनिक विश्राम ग्रहों का जीवन उद्धार होगा.


योगी ने कहा कि देश के लिए शहीद होने वालों के परिवारों का सम्मान करना हम सबका साझा दायित्व है. इसलिए प्रदेश सरकार ने 1 अप्रैल 2017 या उसके बाद शहीद होने वाले सेना और अर्ध सैन्य बलों के जवानों के एक आश्रित को उसकी योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी देने का निर्णय लिया. शहीद के परिवारीजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और उनकी याद में स्मारकों का भी सरकार निर्माण करवा रही है.


सीएम ने कहा कि एक अप्रैल 2017 से अभी तक सेना के 15 जवान शहीद हुए हैं. इनमें से 6 जवानों के आश्रितों को इस कार्यक्रम में नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं. शेष 9 आश्रित परिवारों में से तीन ने शासकीय सेवा में अनिच्छा जाहिर की है. जबकि, तीन आश्रित परिवारों ने अभी तक आवेदन नहीं किया है. एक आश्रित अभी नाबालिग है और एक आश्रित पहले से सरकारी सेवा में हैं. वहीं एक अन्य शहीद के आश्रित को असाधारण पारिवारिक पेंशन स्वीकृत की गई है। इसी तरह से अर्ध सैन्य बलों के इस अवधि में 24 जवान शहीद हुए हैं, जिनमें से 19 आश्रितों को नियुक्ति पत्र दिए जा रहे हैं. बाकी 5 मामलों में दो आश्रित अभी नाबालिग हैं, जबकि एक शहीद के भाई ने नौकरी मांगी है. उसके लिए शासनादेश में शिथिलता करने की कार्रवाई चल रही है.


सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के 61 जवानों के आश्रितों को नियुक्ति पत्र इस कार्यक्रम में दिए जा रहे हैं. सीएम ने कहा कि पूर्व में विभिन्न मेडल व चक्र पाने वाले जवानों के लिए एकमुश्त सहायता राशि और वार्षिक धनराशि में भी उल्लेखनीय वृद्धि की गई है. उन्होंने कहा कि सैनिकों के कल्याण व सुविधाओं के लिए 5.5 करोड़ रुपये से प्रयागराज, मेरठ, कौशांबी और मऊ में नवीन सैनिक कल्याण कार्यालय व विश्राम गृहों का निर्माण कराया जा रहा है. साथ ही 3.5 करोड़ रुपये से 9 जिलों में सैनिक विश्राम गृहों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है. 


सेना, अर्ध सैनिक बल और उत्तर प्रदेश पुलिस के जो जवान 1 अप्रैल 17 के बाद शहीद हुए हैं उनके आश्रितों को राज्यपाल ने उनकी योग्यता के अनुसार नियुक्त पत्र दिए हैं.


सेना के शहीद: अशोक कुमार, जयद्रथ सिंह, जितेंद्र कुमार,चंदन कुमार सिंह, विक्रम सिंह और कालीचरण


अर्धसैनिक बलों के शहीद: मनोज कुमार सिंह, अजीत कुमार आजाद, धर्मेंद्र यादव, शोभित शर्मा अनिल कुमार मौर्य, विजय कुमार मौर्य, राकेश कुमार बिंद, अवधेश कुमार, पंकज कुमार त्रिपाठी, अमित कुमार, रामवकील, रमेश यादव, प्रदीप सिंह, श्याम बाबू, अरविंद कुमार, बृजेंद्र बहादुर सिंह, रजनीश कुमार, रामप्रवेश यादव और कुंवर बहादुर सिंह.


इसके अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस के 61 मृतक आश्रितों को भी नियुक्त पत्र दिया गया है. इनमें 44 आरक्षी व 17 उपनिरीक्षक के पदों पर समायोजित होंगे. कुल 86 शहीदों के आश्रितों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए हैं. राज्यपाल ने बताया कि 12 शहीदों को मुंबई का ठाकुर समूह पांच-पांच लाख रुपये देगा.


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