हाथियों को बचाने के लिए मधुमखियाँ बनी वरदान, काम कर गया रेलवे का ‘Plan Bee’

भारतीय रेलवे की पहल ‘प्लान बी’ से ट्रेन हादसे हाथियों की मौत रोकने में सफलता मिल रही है. दरअसल पटरियों को पार करते वक्त कई बार हाथी ट्रेन से टकरा जाते हैं, जिससे उनकी जान चली जाती है. इसे रोकने के लिए नॉर्थइस्ट फ्रंटियर रेलवे (NFR) ने पिछले साल ‘Plan Bee’ अपनाया था. इसके तहत रेलवे-क्रॉसिंग पर ऐसे ध्वनि यंत्र लगाए गए हैं जिनसे निकलने वाली मधुमक्खियों जैसी आवाज से हाथी रेल पटरियों से दूर रहते हैं और ट्रेन हादसों की चपेट में आने से बचते हैं.

 

दरअसल “Plan Bee” के तहत रेलवे ने मधुमक्खियों का सहारा लिया है. रेलवे ने हाथियों को ट्रेन हादसों से बचाने के लिए “Plan Bee” के तहत रेलवे-क्रासिंग पर ऐसे ध्वनि यंत्र लगाए हैं, जिनसे निकलने वाली मधुमक्खियों की आवाज से हाथी रेल पटरियों से दूर रहते हैं और ट्रेन हादसों की चपेट में आने से बचते हैं. इसे रोकने के लिए नॉर्थइस्ट फ्रंटियर रेलवे (NFR) ने पिछले साल ‘Plan Bee’ अपनाया था.

 

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने जो वीडियो शेयर किया है, उसके मुताबिक रेलवे-क्रॉसिंग पर ऐसे ध्वनि यंत्र लगाए हैं, जिनसे निकलने वाली मधुमक्खियों की आवाज से हाथी रेल पटरियों से दूर रहते हैं. ध्वनि यंत्रों से मधुमक्खियों की भनभनाहट जैसी जो आवाज निकलती है, उसे हाथी 600 मीटर दूर से ही सुन सकते हैं.

 

 

पिछले साल लोकसभा में सरकार ने एक सवाल के जवाब में जानकारी दी थी कि 2014 से 2016 के दौरान रेलवे ट्रैक पर 35 हाथियों की मौत हुई. 2017 में जुलाई तक ऐसे हादसों में 5 हाथियों की मौत हुई थी.

 

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