मदरसे से अवैध हथियारों की सप्लाई के बचाव में मौलाना ने खेला मुस्लिम कार्ड, बोले- रामनवमी पर भी तो बंदूकें लहराई जातीं उन पर तो कुछ नहीं होता

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक मदरसे (Bijnor Madarsa) से बुधवार को बरामद हुए अवैध हथियारों का जखीरा बरामद हुआ जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस मामले की गंभीरता देखते हुए बेहद बारीकी से छानबीन में जुट गयी है कहाँ-कहां से इस अवैध धंधे के तार जुड़े हुए हैं इसे जानने के लिए पूछताछ जा रही है. वहीं इसी बीच एक मौलवी मदरसे से अवैध हथियारों की सप्लाई में मुस्लिम कार्ड खेलते नजर आये. उन्होंने कहा रामनवमी पर जब बंदूकें लहराई जाती हैं उनका कुछ नहीं होता है.


इस मामले पर अंग्रेजी न्यूज़ चैनल टाइम्स नाउ पर बातचीत के दौरान मौलाना साजिद रशीदी (Maulana Sajid Rashidi) ने कहा, ” देखिए होता क्या है कि मुस्लमान बच्चे पकड़े जाते हैं तो पुलिस या एनआईए उन्हें प्रेस के सामने लाकर सीधा आतंकवादी घोषित कर देती है. ऐसे ही ये मदरसे वाला केस है. फौरन कह दिया गया कि यहां हथियार मिले हैं. ठीक है अगर मिल भी जाएं तो यह जांच का केंद्र है, हथियार कैसे मिले कहां से आए थे यह सब पता किया जाना चाहिए. हो सकता है जांच में यह निकले कि यह लाइसेंसी बंदूक थे. लेकिन मैं ये जानना चाहता हूं कि जब रामनवमी पर बंदूके लहराई जाती हैं तो उस वक्त क्यों कुछ नहीं बोला जाता है? वो भी तो अवैध हथियार हैं. ”


बता दें कि पुलिस ने मदरसे में छापेमारी के दौरान मोहम्मद साबिर नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो कि बिहार का रहने वाला है. पुलिस का मानना है कि साबिर बिहार से अवैध हथियार लाकर इस क्षेत्र में सप्लाई करता था. किसी को उस पर शक न हो इसलिए उसने गाड़ी पर शिवसेना लिखवा रखा था. हथियार भी मदरसे में इसलिए छिपाए गए थे, ताकि किसी को उसके काम की भनक न लगे.


पुलिस ने बताया इस मदरसे में हथियार खरीदने वाले लोग मरीज बनकर आते थे. को यह भी पता चला है कि ये अवैध हथियार बिहार से तस्करी करके मदरसे लाए जाते थे. पुलिस के मुताबिक, मदरसे में हिकमत (हकीम द्वारा दवा देने) का काम भी होता है. ऐसे में माना जा रहा है कि हथियार खरीदने वाले ग्राहक मरीज बनकर ही मदरसे में आते थे।यह भी बता दें कि दारुल कुरान हमीद नामक मदरसे में 25 बच्चे भी तालीम लेते हैं.


बुधवार को छापेमारी के दौरान शेरकोट पुलिस ने मदरसे से स्योहारा के मोहल्ला शेखान निवासी फईम अहमद, शेरकोट निवासी साजिद, धामपुर के मोहल्ला अफगानान निवासी जफर इस्लाम, अफजलगढ़ के गांव फतेहपुर जमाल निवासी सिकंदर अली, बिहार निवासी साबिर व शेरकोट निवासी अजीजुर्रहमान को दबोचा है, इन सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. सीओ कृपा शंकर कनौजिया का कहना है कि पुलिस को सूचना मिली थी मदरसे में कुछ बाहरी लोगों का आना जाना है, इसी आधार पर छापेमारी की गई.


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