माँ-बाप की मौत के बाद अनाथ बच्चों का सहारा बना थानाप्रभारी

पश्चिमी सिंहभूम के जगन्नाथपुर में माँ-बाप की मौत के बाद 7 बच्चे अनाथ हो गये. सगे- संबंधी से लेकर गांववालों ने भी इन बच्चों की परवरिॆश की जिम्मेदारी नहीं ली. वहीं, जगन्नाथपुर थानाप्रभारी की पहल पर चाइल्ड लाइन इन्हें बाल गृह में रखने का फैसला लिया है. पुलिस की इस पहल पर चाइल्ड लाइन ने इन बच्चों को सहारा दिया है.


Also Read: गोरखपुर: पत्नी का हो गया गर्भपात पर नहीं मिली सिपाही को छुट्टी, इस्तीफे की पेशकश से SSP हैरान


सगे चाचा-चची ने नहीं ली बच्चों की जिम्मेदारी

कुदाहातू गांव के इन बच्चों में सबसे बड़ा 8 साल और सबसे छोटा 1 साल का है. बच्चों की परवरिश और सुरक्षा की बात आई तो गांववालों की तो बात ही छोड़िये, सगे चाचा-चाची ने भी हाथ खड़े कर दिये. एक सप्ताह तक गांव की राशन डीलर जोनई हेम्ब्रम ने बच्चों को खाना- पीना दिया. उसी ने इन अनाथ बच्चों के बारे में पुलिस को सूचित किया.


Also Read: हरदोई: शराब माफिया ने दारोगा के सिर पर मारी लोहे की रॉड, दो सिपाही घायल


1 साल पहले बाप तो कुछ दिन पहले हुई माँ की मौत

इन बच्चों के पिता कृष्णा हेम्ब्रम की 1 साल पहले सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. माँ किसी तरह मेहनत-मजदूरी कर इन बच्चों का पालन-पोषण रही थी. लेकिन उसकी भी पिछले 8 मार्च को मौत हो गई. मां की मौत के बाद 7 बच्चे पूरी तरह से अनाथ हो गए. लेकिन अब पुलिस की पहल पर इन बच्चों को तत्काल एक आश्रय मिल गया है. जहां ये अनाथ बच्चे रहने लगे है.


Also Read: लखनऊ: बाहुबली निर्दलीय विधायक को भाजपा मुख्यालय से डांटकर भगाया


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )