मेरठ: तबरेज की मौत के विरोध में बिना अनुमति निकाला जुलूस, सीओ-इंस्पेक्टर को उपद्रवियों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, ISIS के झंडे भी फहराए

झारखंड में कथित तौर पर माब लिंचिंग का शिकार हुए तबरेज की मौत के खिलाफ मेरठ (Meerut) में कल निकला जुलूस अचानक हिंसक हो गया. ख़ास बात ये है कि जुलूस बिना अनुमति के निकाला गया था. आरोप है कि जुलूस में उग्र हुए लोगों ने रोके जाने पर पुलिस के कई अधिकारियों को पीट दिया. इतना ही नहीं आरोप है कि जुलूस में कुछ लोगों ने कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस के झंडे भी लहराए. हालात को क़ाबू में करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. ग़ौरतलब है कि चोरी की एक वारदात में पकड़े जाने के बाद झारखंड में कुछ लोगों ने कथित तौर पर तबरेज नामक युवक की पिटाई कर दी थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी.


पुलिस वालों पर किया हमला

दरअसल, कथित मॉब लिंचिंग के विरोध में रविवार को फैज़-ए-आम कॉलेज की युवा समिति ने एक जुलूस का आयोजन किया था. युवा सेवा समिति अध्यक्ष बदर अली की ओर से सभा का आयोजन कर हापुड़ अड्डा चौराहा तक निकालना तय हुआ था. जब प्रशासन को इस बात की खबर मिली तो उन्होंने धारा 144 का हवाला देते हुए जुलूस को रोकना चाहा. इस पर वहां मौजूद लोग भड़क गए. भीड़ के रूप में मौजूद उपद्रवियों ने पुलिस वालों पर ही हमला करना शुरू कर दिया.


भीड़ के बढ़ते उपद्रव को देखते हुए एसओ विजय गुप्ता लाउड स्पीकर से हालात संभालने का प्रयास करने लगे लेकिन उनके हाथ सफलता नहीं लगी. जुलूस में मौजूद सभी लोगों के हाथ में काले झंडे और तिरंगा था. जब मामला हाथ से निकलने लगा तो अन्य थानों की पुलिस समेत पीएसी और RAF को भी बुलाया गया. प्रशासन ने जुलूस को रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने सीओ और इंस्पेक्टर से हाथापाई तक कर ली. जिसके बाद पुलिस को भी लाठीचार्ज करना पड़ा.


पूरे शहर में फ़ोर्स तैनात

घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी ने मोर्चा संभाला और लोगों से अपने घर वापस जाने को कहा. इसी के साथ शहर की सुरक्षा को देखते हुए पूरे शहर में फ़ोर्स तैनात कर दी गयी है.


ISIS के झंडे फहराने का लगा आरोप

हिंदी दैनिक समाचारपत्र में छपी खबर के मुताबिक़ इस कथित शांति मार्च में ISIS के झंडे भी फहराने का आरोप लगा है. जिसकी शिकायत प्रशासन से की गयी थी. लोगों ने इसे लेकर वीडियो और फोटो भी पुलिस को सौंपें हैं. आरोप है कि उपद्रवी झंडे सफ़ेद और काले रंग की पट्टी वाला झंडा लेकर प्रदर्शन करने आये थे, जिसे ISIS का बताया जा रहा है. फिलहाल इस पूरे मामले की जांच की जा रही है, ताकि इस तरह की गतिविधियों को रोका जा सके.


तबरेज को शहीद का दर्जा देने की कर रहे मांग

इस शांति मार्च में मौजूद लोगों ने तबरेज अंसारी को शहीद का दर्जा देने की भी मांग की थी. इसी के साथ जुलूस में मौजूद लोगों ने शासनिक अफसरों को ज्ञापन भी सौंपा. उनका कहना है तबरेज शहीद हो गया. लिहाजा उसे सम्मान दिया जाना चाहिए


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