राजधानी लखनऊ के गुडंबा थाना में बेटे की मौत के बाद बुजुर्ग महिला को लज्जित करने का वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी कलानिधि नैथानी ने इंस्पेक्टर तेज प्रताप सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। लेकिन इस मामले के बाद अब इंस्पेक्टर का एक और मामला प्रकाश में आया है। इंस्पेक्टर पर आरोप है कि उनकी जब से दारुलशफा चौकी पर तैनाती हुई है, इसके बाद से चौकी क्षेत्र में तैनात महिला सिपाहियों का उत्पीड़न कर रहे हैं।
पीड़ित महिला कांस्टेबल ने बताई हकीकत
सूत्रों ने बताया कि पीड़ित महिला कांस्टेबल ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हजरतगंज के दारुलशफा चौकी इंचार्ज कृष्ण कुमार सिंह अक्सर कई महिला सिपाहियों को प्रताड़ित करते हैं, वह कई बार फर्जी रपट लिखा देते हैं। बताया जा रहा है कि शनिवार को विधानसभा गेट नंबर 3 पर तैनात एक कांस्टेबल दोपहर करीब सवा तीन बजे वहां से गई। लेकिन उपनिरीक्षक ने ढाई बजे ही उसके खिलाफ रपट लिखा दी। महिला सिपाही का दावा है कि सीसीटीवी फुटेज अगर निकलवा कर देखी जाये तो वह ड्यूटी पर ही थी।
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इंस्पेक्टर पर आरोप है कि वह कुछ महिला सिपाहियों को चौकी के भीतर बैठकर चाय नाश्ता करवाते हैं, उन्होंने पीड़ित महिला कांस्टेबल को भी कई बार बुलाया लेकिन वह नहीं गई। जिसकी वजह से इंस्पेक्टर नाराज हो गए हैं। आरोप है कि दरोगा कई महिला सिपाहियों को प्रताड़ित कर रहे हैं, लेकिन विभाग के अधिकारियों और निलंबन के डर से वह सब चुपचाप सहन कर रही हैं।
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महिला सिपाही अधिकारियों से शिकायत करने से भी डर रही हैं। आरोप है कि दरोगा खुद को सत्ता की पहुँच वाला बताकर सबको डराए रहते हैं।पीड़ित महिला सिपाही का कहना है कि दरोगा की नियति है कि वह महिला सिपाहियों के बीच में बैठकर गप्पे लड़ायें। महिला सिपाही के ये आरोप कितने सच्चे हैं ये जाँच का विषय है। हालांकि विभागीय प्रताड़ना से पुलिस विभाग में महिलाएं काफी त्रस्त रहती हैं।
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