कश्मीर में लगातार हो रही हिंसा को देखते हुए बीजेपी ने राजनीति गलियारे में हलचल पैदा कर दी है। लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। अब महबूबा मुफ़्ती ने अपना इस्तीफ़ा राज्यपाल को भेज दिया है। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने आज ही दिल्ली में राज्य के सभी बड़े पार्टी नेताओं के साथ बैठक की जिसके बाद बीजेपी ने समर्थन वापस लेने का फैसला किया है। जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और शाम 5 बजे मीडिया के सामने अपनी बात रखेंगी। बीजेपी ने समर्थन वापसी की चिट्ठी राज्यपाल को सौंप दी है।
#Breaking : महबूबा मुफ़्ती ने दिया इस्तीफ़ा, कुछ देर पहले ही भाजपा ने किया का समर्थन वापस लेने का ऐलान। सभी मंत्रियों समेत मुफ़्ती ने राज्यपाल को भेजा इस्तीफ़ा। @MehboobaMufti @jkpdp @BJP4JnK #BJPDumpsPDP #TheBJP pic.twitter.com/s49EfdSwMm
— Breaking TUBE News (@BreakingTUBE) June 19, 2018
राम माधव: महबूबा घाटी में हालात संभालने में असफल रहीं
फैसले के बाद बीजेपी नेता राम माधव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हमने गृह मंत्रालय, जम्मू-कश्मीर के तीन साल के कामकाज, सभी एजेंसियों से राय लेकर ये फैसला किया है। जिसके बाद ये तय हुआ है कि बीजेपी अपना समर्थन वापस ले रही है। राम माधव परिस्थितियों का हवाला देते हुए गठबंधन को तोड़ने की बात की है।
कश्मीर में जो परिस्थिति उत्पन्न है उसपर नियंत्रण के लिए हम अलग हो रहे हैं। पीडीपी ने अड़चन डालने का काम किया। दायित्व निभाने में महबूबा मुफ्ती नाकाम रही हैं। महबूबा घाटी में हालात संभालने में असफल रहीं।’