ग्रेटर नोएडा : हिंदू युवा वाहिनी ने रोकी मंदिर में कव्वाली, मेला समिति ने दी धमकी

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में मंदिर परिसर में कव्वाली होने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। हिंदू युवा वाहिनी दनकौर के द्रोण मंदिर में होने वाली कव्वाली का विरोध कर रही है। जानकारी के मुताबिक, दनकौर के द्रोण मंदिर में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर पिछले 95 सालों से मेले का आयोजन किया जा रहा है। हिंदू युवा वाहिनी ने कव्वाली को मुस्लिम परंपरा मानते हुए इसके विरोध में उतर आई है।

 

इसलिए हिंदू युवा वाहिनी कर रही कव्वाली का विरोध

बता दें कि कव्वाली को आमतौर पर मुस्लिम परंपरा माना जाता है और यह परंपरा तेरहवीं सदी में ईरान और अफगानिस्तान से भारत आई थी। खबर के मुताबिक, पिछले 70 सालों से इस मेले में कव्वाली का आयोजन भी किया जा रहा है। इस बार मेले में भी कव्वाली का आयोजन किया गया। लेकिन इस साल हिंदू युवा वाहिनी ने कव्वाली को मुस्लिम परंपरा बताते हुए इसके आयोजन का विरोध शुरू कर दिया है।

 

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एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू युवा वाहिनी का कहना है कि मंदिर परिसर में कव्वाली का कोई औचित्य नहीं है, क्योंकि इसमें कथित तौर पर अश्लील डांस भी होता है। ऐसे में हिंदू युवा वाहिनी के विरोध के चलते स्थानीय प्रशासन ने मेले में कव्वाली के आयोजन पर सोमवार को रोक लगा दी। वहीं दूसरी तरफ, प्रशासन द्वारा कव्वाली पर रोक लगाने से मेला समिति में नाराजगी देखी जा रही है।

 

मेला समिति ने की पुलिस प्रशासन से शिकायत

मिली जानकारी के मुताबिक, मेला समिति ने इस रोक के विरोध में पुलिस प्रशासन से शिकायत की है। साथ ही समिति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायती पत्र भी लिखा है। मेला समिति का आरोप है कि हिंदू युवा वाहिनी कव्वाली के बहाने सांप्रदायिक दंगा कराना चाहती है।

यही नहीं, मेला समिति ने धमकी दी है कि अगर कव्वाली का आयोजन नहीं हुआ तो मेला बीच में ही खत्म कर दिया जाएगा। वहीं, पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि रिकॉर्ड के मुताबिक साल 2011 से 2016 तक हर साल इस मेले में कव्वाली का आयोजन हुआ है। लेकिन इस बार अनुमति नहीं ली गई है।

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