राहुल गांधी का RSS पर हमला, अरब के कट्टरपंथी संगठन मुस्‍लिम ब्रदरहुड से की तुलना

 

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) पर करारार हमला बोला है। यूरोप दौरे पर गए राहुल गांधी फिलहाल इंग्लैंड में हैं। यहां पर लंदन के एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने आरएसएस के विचारों की तुलना अरब के मुस्लिम ब्रदरहुड से की है। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ स्ट्रैटिजिक स्टडीज के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आरएसएस भारत की प्रकृति को बदलने का काम कर रहा है।

 

 

मुस्लिम ब्रदरहुड अरब देशों में सुन्‍नी संगठन है जो कि इस्‍लाम की सर्वोच्‍चता में यकीन करता है। साथ ही वह धर्मनिरपेक्षता के बजाय कुरान को महत्‍व देता है। अरब के कई देशों में लोकतांत्रिक सरकारों के खिलाफ इसने आंदोलन छेड़े हैं।

 

राहुल गांधी ने कहा एनडीए की सरकार की विदेश नीति स्‍थायित्‍व नहीं है। पाकिस्‍तान से कभी बात आगे बढ़ाई जाती है तो कभी उससे दूरी बना ली जाती है। एनडीए सरकार की विदेश नीति एक तरह से काम नहीं कर रही है। उन्‍होंने कहा कि डोकलाम के मुद्दे को पीएम मोदी एक घटना के तौर पर देखते हैं। राहुल ने पीएम पर हमला करते हुए कहा कि अगर सरकार ने चीन की तरफ भी देखा होता तो डोकलाम जैसा मुद्दा सामने आया ही नहीं होता। डोकलाम जैसी घटना को पहले ही रोका जा सकता था।

 

 

 

कांग्रेस का मतलब हिंदुस्तान के लोगों को आपस में जोड़ना-

इससे पहले जर्मनी के बर्लिन में अपने कार्यक्रम में बोलते हुए राहुल ने कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार के लोग लंबे भाषण देते हैं और नफरत पैदा करने का का करते हैं, लेकिन किसान लगातार आत्महत्या कर रहे हैं और नौजवान अपने लिए बेहतर भविष्य नहीं देख पा रहे हैं।

 

राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस का मतलब हिंदुस्तान के लोगों को आपस में जोड़ना है। यह सोच आप लोगों में भी है, अगर आपके अंदर यह सोच नहीं होती तो आप जर्मनी में आकर सफलता कभी हासिल नहीं कर सकते थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि लोगों को जोड़ने और साथ लेकर चलने की सोच उन्हें गुरुनानक से मिली है।

 

उन्होंने कहा कि हमारी ताकत विविधिता में एकता है, हिंदुस्तान का दर्शन यही है कि कमजोर व्यक्ति की सुनी जाए और उसकी मदद की जाए।