Video: पत्रकार रोकते रह गए, 1800 सीसी की इस गाड़ी से निकल गए रॉबर्ट वाड्रा

कांग्रेस की नवनियुक्‍त महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के कारोबारी पति रॉबर्ट वाड्रा दिल्‍ली में बाइक पर दिखे, जिसके बाद मीडियाकर्मी उनसे सवाल करने के लिए उनके पीछे दौड़ पड़े. लेकिन वह किसी सवाल का जवाब दिए बगैर दिल्‍ली स्थित अपने आवास के अंदर चले गए. इस बीच उनके सुरक्षाकर्मी मीडियाकर्मियों को आगे बढ़ने से रोकते नजर आए.


राबर्ट वाड्रा अपनी लाखों की प्रीमियम बाइक से दिल्ली स्थित अपने आवास पर पहुंचे. इस दौरान पत्रकारों ने उनसे बात भी करनी चाही लेकिन वो बचते हुए निकल गए. भले ही राबर्ट वाड्रा एक राजनीतिक परिवार से ताल्लूक रखते हों लेकिन उनकी लाइफस्टाइल किसी रॉकस्टॉर से कम नहीं है. रॉबर्ट वाड्रा को फिटनेस के साथ साथ लग्जरी कार और बाइकों का भी खासा शौक है. रॉबर्ट वाड्रा जिस बाइक पर सवार होकर अपने घर पहुंचे हैं वो जापानी दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी सुजुकी सबसे लग्जरी क्रूजर बाइक Suzuki Boulevard है.


वाड्रा इन दिनों लंदन की एक संपत्ति के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना कर रहे हैं. यह मामला लंदन के ब्रायनस्टन स्क्वायर में 19 लाख पाउंड (ब्रिटिश पाउंड) की संपत्ति की खरीद में कथित धनशोधन से जुड़ा है. आरोप है कि यह संपत्ति रॉबर्ट वाड्रा की है और इसे उन्‍होंने फरार रक्षा डीलर संजय भंडारी से खरीदा. वाड्रा से इस मामले में बीते 6 फरवरी से लेकर अब तक कई बार पूछताछ की जा चुकी है.


प्रवर्तन निदेशालय ने राबर्ट वाड्रा की लंदन स्थित बेनामी संपत्ति को खरीदने के लिए जुटाए गए धन की तह तक पहुंचने का दावा किया है. वाड्रा से तीन दिन तक पूछताछ करने वाले ईडी के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार लंदन स्थित आवास (पता – 12, ब्रायंस्टन स्क्वायर) कोरियाई कंपनी सैमसंग इंजीनियरिंग की ओर से दी गई दलाली से खरीदा गया था. दलाली गुजरात के दाहेज में बनने वाले ओएनजीसी के एसईजेड से जुड़े निर्माण का ठेका मिलने के एवज में दिया गया था. ईडी अब इस ठेके की जांच कर रहा है.


ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सैमसंग इंजीनियरिंग को दिसंबर, 2008 में दाहेज में बनने वाले एसईजेड के लिए ठेका मिला था. इसके छह महीने के बाद 13 जून, 2009 को सैमसंग ने संजय भंडारी की कंपनी सैनटेक को 49.9 लाख डॉलर (तत्कालीन विनिमय दर के हिसाब से लगभग 23.50 करोड़ रुपये) दिया. संजय भंडारी ने बाद में इसमें से 19 लाख पाउंड (तत्कालीन विनियम दर के हिसाब से लगभग 15 करोड़ रुपये) वोर्टेक्स नाम की कंपनी में ट्रांसफर किया.



ईडी का दावा है कि इसी पैसे का इस्तेमाल 12, ब्रायंस्टन स्क्वायर की संपत्ति खरीदने के लिए किया गया था. 2010 में भंडारी का रिश्तेदार सुमित चड्ढा इस संपत्ति की मरम्मत के लिए वाड्रा को ईमेल भेजकर इजाजत मांग रहा था. यही नहीं, बाद में एक ईमेल में सुमित चड्ढा ने मरम्मत के पैसे की व्यवस्था करने के लिए भी कहा था, जिस पर वाड्रा ने जवाब में मनोज अरोड़ा को इसकी व्यवस्था करने का निर्देश देने का भरोसा दिया था. घर की मरम्मत पर लगभग 45 लाख रुपये खर्च किए गए.


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