Video: जब प्रचार छोड़कर जलती गेहूं की फसल बुझाने दौड़ीं स्मृति ईरानी, हैंडपंप चलाकर ग्रामीणों की मदद

रविवार को अमेठी मुंशीगंज के पश्चिम दुआरा गांव स्थित खेतों में रविवार की दोपहर अचानक आग लग गई. इसमें सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल जलकर राख हो गई. इसकी खबर जैसे ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और भाजपा प्रत्याशी को पता चली वह तुरंत गांव पहुंच गईं. उन्होंने न केवल आग बुझाने में लोगों की मदद की बल्कि उनका ढांढस भी बंधाया.


जानकारी के मुताबिक़ रविवार की दोपहर मुंशीगंज के पश्चिम दुआरा के गोवर्धनपुर गांव के सीवान में गेहूं के खेत में आग लग गई. तेज हवाओं के चलते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. आग तेजी से गांव की तरफ बढ़ने लगी. गांव के लोग फायर ब्रिगेड को सूचना देने के साथ ही स्वयं आग बुझाने में जुट गए. क्षेत्र में प्रचार कर रही स्मृति ईरानी के साथ चल रहे एक कार्यकर्ता ने गांव में आग लगने की जैसे ही सूचना दी वह सारा कार्यक्रम छोड़ कर घटना स्थल की ओर रवाना हो गई. खेतों में जलती फसल देख वह भावुक हो गईं और हाथ में बाल्टी लेकर स्वयं आग बुझाने में जुट गईं.


स्मृति को जैसे ही खेतों में आग लगने की सूचना मिली वह अपना प्रचार छोड़कर वहां पहुंच गई. उनके पहुंचने के बाद फायर बिग्रेड की टीम वहां पहुंचीं. मौके पर जब सीनियर अधिकारी नजर नहीं आए तो स्मृति बिफर गईं और डीएम को फोन लगा दिया. पता चला कि एसडीएम वीआईपी ड्यूटी में हैं तो स्मृति नाराज हो गईं. उन्हों कहा कि जनता की मदद से लोग वीआईपी बनते हैं. जनता की मदद पहले होनी चाहिए.


स्मृति ने काफी देर तक हैंडपंप चलाकर बाल्टियों में पानी भरा. उन्हें ऐसा करते देख पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भाजपा कार्यकर्ता भी आग बुझाने में जुट गए. अपना सब कुछ तबाह होता देख गांव की महिलाएं स्मृति ईरानी से लिपटकर रोने लगीं. ईरानी ने भी सांत्वना देते हुए महिलाओं को धैर्य रखने की बात कही.


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