सुप्रीम कोर्ट में तारीख मिले तो 10 दिन में जीत जाएंगे राम मंदिर का मुकदमा: सुब्रमण्यम स्वामी

राज्यसभा सांसद एवं अरुधंती वशिष्ठ अनुसंधान पीठ के अध्यक्ष डा. सुब्रमण्यम स्वामी ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा अगर सुप्रीम कोर्ट में डेट मिले तो 10 दिन में ही हम केस जीत केस लेंगे, राम मंदिर बनाने से कोई भी ताकत हमें रोक नहीं पाएगी.

 

Also Read: यूपी में अधिकारी नहीं जानते कौन है ‘अजमल कसाब’, जारी कर दिया उसके नाम ‘निवास प्रमाण-पत्र’

 

सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को बीएचूय के छात्र-छात्राओं को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर बनाने के लिए आगे आने का आह्वान किया तो वहीं जवाहर लाल नेहरु और नाथूराम गोडसे को लेकर भी उन्होंने सवाल उठाए. बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में अशोक सिंघल स्मृति व्याख्यान के तहत ‘श्रीराम जन्मभूमि मंदिर स्थिति एवं संभावनाएं’ विषय पर आयोजित व्याख्यान में उन्होंने बतौर वक्ता कहा कि बीएचयू क्रांतिकारी भूमि है. स्वामी ने यहां के विद्यार्थियों से कहा कि सुन्नी बोर्ड को छोड़कर देश के मुसलमान व मुस्लिम महिलाएं भी श्रीराम मंदिर के पक्ष में है. बस सभी हिंदुओं को एकजुट होकर मंदिर निर्माण में अपनी भूमिका निभानी होगी.

 

Also Read: Audio: भाजपा विधायिका ने की इंस्पेक्टर की बेई्ज्जती, बोलीं- जूते से मारूंगी, एसपी ने किया लाइन हाजिर

 

उन्होंने कहा कि मुगलों ने 600 साल व अंग्रेजों ने 200 साल तक हिंदुस्तान में जमकर आतंक मचाया और राज किया. 1528 में बाबर नाम के अक्रांता ने श्रीराम मंदिर को तोड़ दिया. आयोध्या में श्रीराम मंदिर बनाना देश की अस्मिता व अस्तित्व का सवाल है. मस्जिद तो कही बन सकता है, लेकिन किसी की जन्मभूमि नहीं बदली जा सकती.

 

स्वामी ने कहा नरसिम्हा सरकार ने कोर्ट में हलफनामा दिया था कि अगर यह सिद्ध हो जाए कि वहां पर मंदिर था तो हम पूरी जमीन छोड़ देंगे. डा. स्वामी ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदुओं को जमीन नहीं बस मथुरा, आयोध्या व काशी का मूल मंदिर चाहिए. इसलिए मंदिर निर्माण के लिए हर कीमत चुकाने को तैयार हूं.

 

Also Read: ताजमहल को गंगा जल से शुद्ध करके महिलाओं ने की आरती, वीडियो वायरल

 

सुब्रमण्यम स्वामी ने पंडित जवाहर लाल नेहरु पर निशाना साधते हुए कहा कि नेहरू ने अगर पटेल जी की बात मान ली होती तो आज कश्मीर में समस्या नहीं होती. उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू व नाथूराम गोडसे के कनेक्शन की भी जांच होनी चाहिए. यह जांच का विषय है कि गांधी जी के मरने से किसको लाभ हुआ या होने वाला था.

 

Also Read: भाजपा के बाद अब RSS राम मंदिर के लिए निकालेगा बाइक रैली, रामधुन की कॉलर ट्यून से बनाएगा पक्ष में माहौल

 

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )