बाराबंकी: फेक न्यूज रोकने के लिए गूगल की मुहिम, कैसे परखें सच्चाई, सर्टीफाइड ट्रेनर काजी फराज अहमद देंगे टिप्स

आजकल झूठी और मनगढ़ंत खबरों के फैलने की रफ्तार, सच्ची खबरों से कहीं ज्यादा रहती है. खतरनाक बात तो ये है कि ऐसी खबरें, फोटो-वीडियो एक सोची-समझी रणनीति के तहत फैलाई जाती हैं. लोगों की यह जिम्मेदारी है कि वह इन खबरों पर भरोसा करने से पहले उनकी सच्चाई जानें क्योंकि इससे समाज में गलत संदेश जाता है. ऐसी ही फेक न्यूज से सावधान रहने के लिए गूगल अपने सर्टीफाइड ट्रेनरों से लोगों को जानकारी देेने का काम कर रहा है.

 

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फेक न्यूज फैलने से रोकने के लिए जागरुकता जरूरी

आज के जमाने में सस्ते डेटा प्लान के चलते सूचना प्राप्त करना बहुत आसान हो गया है. लेकिन इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि डेटा यूजर सूचनाओं के मामलों में खुद को साक्षर बनाएं क्योंकि उनकी जागरुकता से ही फेक न्यूज फैलने से रोका जा सकता है. हर जानकारी को फैलाने से पहले उसकी गहराई में जाकर मालूम करना चाहिए कि उसमें कितनी सत्यता है.

 

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गूगल के मास्टर ट्रेनर देंगे जानकारी

ऐसी फेक न्यूज को पहचानने के लिए गूगल के मास्टर ट्रेनर बनाए गए काजी फराज अहमद आज बाराबंकी के जहांगीराबाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में एक वर्कशाॅप करके जानकारी देंगे, ताकि सोशल मीडिया के दुरूपयोग को रोका जा. गूगल अपने सर्टिफाइड ट्रेनरों के जरिये यह ट्रेनिंग भारत समेत तमाम दूसरे देशों मेें भी दे रहा है. काजी फराज अहमद यहां लोगों को नेट पर मौजूद फोटोग्राफ्स की सच्चाई जानने के ट्रिक्स बताएंगे. साथ ही फेक वीडियो के बनाने से लेकर उसकी सच्चाई जानने तक की तकनीकी जानकारियों को भी साझा करेंगे. काजी फर्जी वेबसाइट के माध्यम से फैलाई जा रही फेक न्यूज, ट्वीटर हैंडल का हैक होना, ऑनलाइन किये जाने वाले बहुत से फ्राड को लेकर भी लोगों को जागरुक करेंगे.

 

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