हर शख्स को याद है ‘देवरिया के लाल’ की शहादत पर भूल गए ‘मुख्यमंत्री जी’, जिला प्रशासन ने भी परिजनों से फेरा मुंह

‘शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा’…जब एक जवान अपने देश की रक्षा में अपने प्राणों को न्यौछावर कर देता है तो वह मरकर भी अमर हो जाता है। वो जवान लोगों के दिल में हमेशा के लिए बस जाता है। उस जवान के परिजनों की मदद के लिए सरकारें वादे तो जरूर करती हैं लेकिन पूरा करना भूल ही जाती हैं। कुछ ऐसा ही देवरिया जिले के शहीद प्रेम सागर के परिजनों के साथ हुआ, योगी सरकार जवान के परिजनों को भूल ही गई है। जिला प्रशासन उनकी मदद करने की जगह देवरिया महोत्सव में मस्त है।


शहीद के बेटे ने कहा- नहीं पूरे हुए वादे

सूत्रों ने बताया है कि देव भूमि देवरिया जिले के भाटपाररानी तहसील क्षेत्र के टीकमपार गांव के वीर जवान प्रेम सागर 1 मई 2017 को पाकिस्तान से लड़ते हुए शहीद हो गए थे। पाकिस्तानी रेंजरों ने उनके शव को क्षत विक्षत कर दिया था। ऐसे में शहीद जवान प्रेम सागर के परिजनों और गांववालों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया था।


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इसके बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब उन्हें आश्वस्त किया तब जाकर शहीद का अंतिम संस्कार किया गया था। सीएम योगी ने उनसे गांव आने का वादा किया था, जिसे जिला प्रशासन पूरा करने में आनकानी कर रहा है। ऐसे में शहीद जवान के बेटे ईश्वरचंद ने कहा कि उसके पिता देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए, जिसपर पूरे गांव को गर्व है लेकिन सरकार और जिला प्रशासन ने नौकरी, पेट्रोल पंप और पूरी पेंशन देने का वादा किया था, लेकिन आजतक पूरा नहीं किया गया।


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शहीद के बेटे ने बताया कि उसके पिता के नाम पर कुछ मीटर सड़क बन गई है और एक स्कूल का काम चल रहा है। लेकिन शहीद जवान का समाधि स्थल आज भई जस का तस है। उधर, देवरिया जिला प्रशासन शहीद के परिजनों की मदद करने की जगह देवरिया महोत्सव में व्यस्त है।


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ईश्वरंचद ने बताया कि पूरे गांव को उसके पिता की शहादत पर गर्व है लेकिन सरकार और देवरिया जिला प्रशासन उनकी अनदेखी कर रहा है। उधर गांव के लोग का कहना है कि जब कोई शहीद होता है तो सरकार या जिला प्रशासन बड़े-बड़े वादे कर देती हैं लेकिन पूरा नहीं करती।


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